Saturday, March 19, 2011

जिए तो जिए कैसे बिन आपके

जिए तो जिए कैसे बिन आपके 
लगता नही दिल कहीं बिन आपके 

कैसे कहूँ बिना तेरे ज़िंदगी ये क्या होगी 
जैसे कोई सज़ा कोई बद दुआ होगी 
मैने किया है ये फ़ैसला जीना नही है तेरे बिना

जिए तो जिए कैसे बिन आपके 
लगता नही दिल कहीं बिन आपके 

मुझे कोई देदे ज़हर हँसके मैं पी लूँगा 
हर दर्द सह लूँगा, हर हाल में जी लूँगा 
दर्द-ए-जुदाई सह ना सकूँगा 
तेरे बिना मैं रह ना सकूँगा 

जिए तो जिए कैसे बिन आपके 
लगता नही दिल कहीं बिन आपके 

देख के वो मुझे तेरा पलकें झुका देना,
याद बहुत आए तेरा मुस्कुरा देना 
कैसे भुलाऊन वो सारी बातें 
वो मीठी रातें वो मुलाक़ातें 

जिए तो जिए कैसे बिन आपके 
लगता नही दिल कहीं बिन आपके


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