Tuesday, May 29, 2018

नही जाना चाहिए था मुझे छोड़कर यूँ बाबूजी !!

बहुत Strong बनता हूँ , जिंदगी को practical  सोचकर कुछ पल के लिए बन भी जाता हूँ।
काम में व्यस्त रहकर सबकुछ भूल जाता हूँ।

पर अचानक कुछ ऐसा घट जाता है मेरे सामने जिससे वो याद फिर से ताजा एकदम ताजा हो जाती है। बहुत कोशिश करता हूँ जिंदगी को नए सिरे से सोचने की पर जब शाम को घर लौटता हूँ ,
तब तुम्हे ना पाकर, मन भारी हो जाता है।
बिस्तर पर जब जाता हूँ तो पूरे दिन की थकान फिर से अखर जाती है तुम्हें ना पाकर।

नही जाना चाहिए था मुझे छोड़कर यूँ बाबूजी !!

Monday, April 9, 2018

Thursday, January 25, 2018



Movie/Album: वो कौन थी (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजा मेहंदी अली खान
Performed By: लता मंगेशकर

लग जा गले के फिर ये
हसीं रात हो ना हो
शायद फिर इस जनम में
मुलाक़ात हो ना हो

हम को मिली हैं आज ये घड़ियाँ नसीब से
जी भर के देख लीजिये, हमको करीब से
फिर आप के नसीब में, ये बात हो ना हो
शायद फिर इस...

पास आईये के हम नहीं आयेंगे बार-बार
बाहें गले में डाल के, हम रो लें जार-जार
आँखों से फिर ये प्यार की बरसात हो ना हो
शायद फिर इस...


Miss You Very Very Much !!



Thursday, November 2, 2017

9th Marriage Annivesary

शादी के 9th सालग्रह मुबारक मैडम जी,

अब इसे Happy Marriage Anniversary कहूँ या नही पता नही लेकिन हमने जो साथ मैं 20 महीने गुजारे वो मेरी जिंदगी के सबसे हसीन पल थे।

कल  किसी ने कहा मेरे व्हाट्सएप्प स्टेटस को देखकर कि आपकी जोड़ी 90 साल तक सलामत रहे तो लगा कि काश ऐसा हो पाता।

आपके सुपुत्र 7 साल के हो गए हैं। और दिन ब दिन उनकी शैतानी बढ़ती ही जा रही है।
उसकी मासूमियत तुम्हारी जैसी ही है। बहुत चुलबुला है।


और में वैसा ही हूँ जैसा तुम छोड़ गई थी शायद थोड़ा चिड़चिड़ा हो गया हूँ।


 तुम जहां हो खुश रहना और बस अंश की देखभाल करती रहना।



Monday, October 2, 2017

Happy Birth Day Sweet Heart !!

Happy Birth Day Madam Ji,

I Hope Tum Jahan Bhee Ho Mujhe Dekh Rahi Hogi.

I Miss You Badly My Dear.
Love You Forever !!

Monday, August 7, 2017

वो तो बस एक ख्वाब बनके रह गयी......

वो तो बस एक ख्वाब बनके रह गयी......

आई थी हमें मोहब्बत सिखाने....
आई थी हमारी जिंदगी बनाने...
रोती अखियों को हंसाने ..
उलझी जिंदगी को सुलझाने....
आई थी  वो हमारा अधूरा सपना पूरा करने...
आई थी  वो हमारा बनके रहेने.....

ना जाने क्या बात हुई.....

मोहब्बत भरे दिल को तोड़ गयी .....
बीच राह हमें छोड गयी ....
आँखों मे आँसू भर गयी.....
होंठो की मुस्कान मिटा गयी.....
हमारा सपना उजाड़ गयी ...

अब बस एक सपना बन के रह गयी....

Tuesday, September 20, 2016


आज कनागत की चतुर्थी है

तुम्हे छोड़कर गये 6 साल हो गये मेडम जी !! पर लगता है जैसे कल ही की बात है
 तुम्हे याद है एक बार मन मूवी का एक पायल बाला सीन देखकर मैं तुमसे लिपट कर बहुत रोया था
और तुमसे कहा था  की तुम मेरे जिंदगी हो, तुम्हारे बिना मैं एक पल भी नही रह सकता
पर देखो आज पूरे साल गुज़ार लिए, कैसे गुज़रे वो एक अलग बात है

मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है मैडम जी , ये ब्लॉग लिखना मेरे लिए लिखना बहुत मुश्किल हो जाता है
आँसू रूकने का नाम ही ले रहे

मैं आज भी वहीं हूँ जहाँ तुम मुझे छोड़ गयी थी, सबको खुश करने मैं लगा हूँ
मुझे क्या चाहिए इसकी सोचने कि फ़ुर्सत ही नही है, सब खुश रहे तो मैं भी खुश हो जाऊँगा यही सोचता हूँ
कभी कभी बहुत मन करता हैं पुरानी यादों मैं लोटने का ओर खुल कर रोने का इसीलिए जब भी मौका लगता है
सबसे छुपकर वो संदूक खोला, जहाँ तुम्हारे कपड़े, ग्रीटिंग कार्ड्स रखे थे  उन यादों को देख कर हँसी भी आए ओर उससे कहीं ज़्यादा लिपट कर रोया भी, सबसे छुपकर अपनी शादी की सीडी देखता हूँ , वीडियो मैं तुम्हे देखकर बहुत अच्छा लगता है

बहुत आसान होता है किसी को बीच मैं छोड़ कर जाना मेडम जी !!

लोग आसानी से कह देते है की सब कुछ भूल कर जंदगी फिर से शुरू करो

पर नही आसान होता अपने पहले प्यार को भूलना !!

नही आसान होता आँसू को रोक पाना जब ये ब्लॉग लिखता हूँ
नही आसान होता किसी रोमॅंटिक गाने को सुनकर तुम्हारे चेहरा ध्यान मैं ना आना
नही आसान होता भूलना कुछ तारीख 17th Feb, 24Th Feb, 27Th Feb, 27Th Sep, 2 Oct, 9 Nov
नही आसान होता दिल मैं आँसू रखना ओर बाहर से लोगो को खुश रहने का दिखावा करना
नही आसान था विशाल की शादी मैं तुम्हे हर पल मिस ना करना, पर वो अहसास छुपाना
नही आसान होता जब मूवी मैं कुछ सीन मैं अपनी कहानी को अहसास करना ओर फिर उस समय इन कम्बख़्त आँसू को रोक पाना !!
नही आसान है वो हादसा भूलना

बस खुशी इस बात की है की अंश को एक अच्छी माँ मिली सविता के रूप मैं ओर उसे अपने ननिहाल से भी पूरा प्यार दुलार मिला.सविता मेरी भी बहुत केयर करती है

"ना जाने क्यों रेत की तरह निकल जाते है हाथों से ‘वो लोग ‘ ,जिन्हें जिन्दगी समझ कर हम कभी खोना नही चाहते"

https://www.facebook.com/Ye-Dard-Mere-Saath-He-Jayega-233498963349111/?ref=aymt_homepage_panel


कहते हैं लोग भूल जा उसको, उनको कैसे बताएँ  ये याद ही तो उसकी आख़िरी निशानी है

Friday, September 25, 2015

फिर आया September का महीना थोड़ी खुशी तोड़ा गम लेकर !!




फिर आया September का महीना थोड़ी खुशी तोड़ा गम लेकर !!

मैडम जी विशाल के बेटा हुआ है बिल्कुल अंश के जैसा,
इस बार २०१० की यादें ताज़ा हुई, अपना अंश गणेश चतुर्थी के बिसर्जन के बाद हुआ था, और वंश (विशाल का बेटा) गणेश चतुर्थी से एक दिन पहले रात को ११ बजे हुआ दोनो मैं सात दिन का अंतर है.

जब नीतू को ऑपरेशन के लिए अंदर ले गये, डॉक्टर ने आकर कहा कि बेटा हुआ है सब खुश हो गये पर मैं टेन्षन मैं था कि नीतू भी ठीक हो, पाँच दिन वहाँ रहे, सब लोग नॉर्मल थे पर मैं उसकी रिपोर्ट्स पर नज़र रख रहा था की सब कुछ ठीक रहे और हम सब लोग अच्छी तरह से घर आ जाएँ, सविता, ने बहुत ज़िम्मेदारी से काम किया, 

सब कुछ ऐसे हो रहा था जैसे पाँच साल पहले हुआ था  सिवाय एक बात के कि मैं तुम्हे घर वापिस ना ला सका. उस दिन मैं तुम्हारे मुम्मी पापा को लाने विशाल को भेज देता, तो कम से कम तुम्हे आख़िरी बार देख तो लेता या तुम मेरा चेहरा देखकर मुझे छोड़ कर ही नही जाती. 

मैं इन सब चीज़ों से इतना घबरा गया हूँ कि दूसरे बच्चे  के बारे मैं सोचने के हिम्मत भी नही कर पाता, अपना अंश २३.०९.२०१५ को पाँच साल का हो गया, शैतानी मैं मुझ पर गया है और मासूमियत मैं तुम पर.

जिंदगी बस ऐसे ही चल रही है मैडम जी,



Thursday, April 2, 2015

कोई अपना हो और पास ना हो

कितना अधूरा लगता है
जब
बादल हो
और बारिश ना हो
.
जब
ज़िंदगी हो
और प्यार ना हो
.
जब
आँखे हो
और खवाब ना हो
.
जब
कोई अपना हो
और पास ना हो




Tuesday, February 24, 2015

HAPPY ENGAGEMENT DAY SWEET HEART


HAPPY ENGAGEMENT DAY SWEET HEART 

आज सात साल हो गये है पर लगता है जैसे कल की ही बात है, जब हम तुम मिले और सात दिन मैं
हमारी सगाई हो गयी, वो अनुभूति ही कुछ और थी, मैं शब्दों मैं बयान नही कर सकता कि उस दिन
मैं कितना खुश था !

मैं आज भी तुम्हारा वो शरमाना, भोलापन, मासूमियत, मेरी आँखों मैं आज भी जिंदा है और हो भी क्यों ना तुम मेरे लिए दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की थी और आज भी हो !

हमारा अंश अब बड़ा हो रहा है और काफ़ी समझदार भी है वो कई बार तुम्हारी तरह से react करता है तो काफ़ी अच्छा लगता है, काश ये जिंदगी तुम्हारे साथ गुजर पाती मैडम जी .....................

Tuesday, March 25, 2014

हमेशा ऐसा होता है कि कुछ ऐसा मेरे साथ हो जाता है कि अचानक वो सारी बातें मेरे सामने आ जाती है
और मैं बहुत हो Emotional जाता  ऐसा ही कुछ आज हुआ मैं जा रहा था की एक गाना सुना

"हम भूल गये रे हर बात मगर तेरा प्यार नही भूले
क्या क्या हुआ दिल के साथ, मगर तेरा प्यार नही भूले
कसमे खाकर वादे तोड़े हम फिर भी तुझे ना भूल सके......


Sunday, September 1, 2013


"जिंदगी किसी के लिए नही बदलती मैडमजी
बस जीने की वजह बदल जाती है" As Like Me 


खरीद सकते आपको तो अपनी ज़िंदगी बेच कर भी खरीद लेते मैडमजी
पर अक्सर सुना है बुज़ुर्गो से कुछ लोग कीमत से नही किस्मत से मिला करते है...


हर आईने की किस्मत में तस्वीर नही होती,
हर किसी की किस्मत एक जैसी नही होती......
बहुत खुशनसीब होते हैं है"वो".........
जिनके हाथो मे"मिलने"के बाद"बिछड़ने" की लकीर नई होती..... 



ये तो ज़मीन की फितरत है की हर चीज़ सोख लेती है, वरना किसी की याद में गिरने वाले आसुओं का एक अलग ही समुन्दर होता....

Madam Ji


बहुत दिनो बाद तुम मेरे सपने मैं आई, बहुत अच्छा लगा पर जब आँख 

खुली तो कही ज़्यादा उदास हुआ अब तो बस तुमसे सपने मैं ही 

मुलाकात हो सकती है और वो भी जब तुम चाहो :-)

फिर आया September का महीना खुशी और बहुत सा गम 

लेकर, समझ नही आता celebrate  करूँ या शोक मनाऊ 

कभी-कभी यूँ ही अचानक बैठे-बैठे मन उदास सा हो जाता है, कोई 

कारण समझ नहीं आता... आस-पास की भीड़ को देखकर मन उचाट 

हो जाता है... किसी से बात करने का दिल नहीं करता... बस सोचता हूँ 

काश कोई अपना सा आ जाए जिसकी गोद में सर रखकर सो जाऊं... 

ऐसे में अक्सर कानों में इयरफोन लगाकर धीमी आवाज़ में कुछ sad 

songs सुनता हूँ... सोने की एक नाकाम सी कोशिश करता हूँ, मोबाईल 

में कुछ तस्वीरों को पलटता हूँ... और अनजाने में ही आंसू की कुछ बूँदें 

धीमे से आखों की कोर से लुढ़क जाती हैं....




Tuesday, April 30, 2013


एक अध्याय और ख़तम हो गया.............................


आज 24.04.13  फिर उसी समय एक खबर आई की तुम्हारी मम्मी हम सबको छोड़कर चली गयी , ऐसा लगा जैसे कोई कीमती चीज़ अचानक खो गयी हो,  उनके जाने से ऐसा लगा की तुम मुझसे और ज़्यादा दूर हो गयी हो

मैं विशाल और अंश इलाहाबाद के लिए तुरंत रवाना हो गये उसी घर के लिए जहाँ बहुत अच्छी यादें जुड़ी हुई थी मेरी , उस घर मैं घुसते ही तुम्हारी यादे फिर से हरी हो गयी मैं वहाँ दो दिन तक रहा और इन दो दिनों मैं ऐसा लगता रहा जैसे की तुम अभी पहले की तरह कमरे से निकल कर मेरे पास आ जाओगी





Thursday, February 7, 2013

"मेरे हाथों की लकीरों मैं ये ऐब छुपा है

आज बहुत दिनो के बाद इस Blog पर कुछ लिख रहा हूँ, बहुत सारे ऐसे पल आए और गये की
जब इच्छा हुई की तुम्हे बताऊं की कैसे मैने तुम बिन अंश का जन्मदिन Celebrate किया,
कैसे मैने तुम्हारे जन्मदिन पर अकेले मैं तुम्हे याद किया, तुम बिन शिर्डी भी गया और वहाँ भी
तुम्हे बहुत मिस किया  विशाल की शादी मैं तुम्हारी बहुत याद आई, एक पल को लगता क़ि जैसे
तुम अभी आ जाओगी अपनी वही मुस्कराहट लेकर


कभी-कभी ज़िंदगी मे ये तय करना बड़ा मुश्किल हो जाता है क़ि ग़लत क्या है ???

"वो झूठ जो चेहरे पे मुस्कान लाए"
          या
"वो सच जो आँखों  मे आँसू लाए"
 मेरी परवाह मत करना,मेरी ज़िन्दगी की हर शाम बस यूँ ही गुजरेगी... सूरज की डूबती किरणों में ओझल हो जाएगी धीरे धीरे... लेकिन मैं जहाँ भी रहूँ, तुम्हें तोहफे में अपनी तन्हाई और तुम्हारी मुस्कान भेजा करूंगा...
"मेरे हाथों की लकीरों मैं ये ऐब छुपा है
में जिसे चाह लूँ वो मेरा नहीं रहता"
 

Tuesday, August 21, 2012

तेरे खुश्बू से भरे खत मैं जलाता कैसे


तेरे खुश्बू से भरे खत मैं जलाता कैसे
प्यार मैं डूबे हुए खत मैं जलाता कैसे
तेरे हाथों के लिखे खत मैं जलाता कैसे

जिनको दुनिया की निगाओं से छुपाए रखा
जिनको एक् उम्र कलेजे से लगाए रखा
दीन जिनको जिन्हे ईमान बनाए रखा

तेरे खुश्बू मैं भरे खत मैं जलाता कैसे

जिनका हर लफ्ज़ मुझे याद पानी की तरह
याद थे मुझको जो पैगाम-ए-ज़ुबानी की तरह
मुझको प्यारे थे जो अनमोल निशानी की तरह

तेरे खुश्बू मैं भरे खत मैं जलाता कैसे

दूर दुनिया की निगाओं से जो बचकर लिखे
साल ह साल मेरे नाम बराबर लिखे
कभी दिन मैं कभी रात मैं उठ कर लिखे

तेरे खुश्बू मैं भरे खत मैं जलाता कैसे

तेरे खत आज मैं गंगा मैं बहा आया हूँ
आग बहते हुए पानी मैं लगा आया हूँ

तेरे खुश्बू मैं भरे खत मैं जलाता कैसे
प्यार मैं डूबे हुए खत मैं जलाता कैसे
तेरे हाथों के लिखे खत मैं जलाता कैसे

Wednesday, April 25, 2012

♥ ♥ I will never leave u ♥ ♥


♥ ♥ Always remember .. i will never leave u.. thou my body left.. but my soul is always gonna be next to u... ♥ ♥


He Need Your Care


He Need Your Care, Your Love, Your Bless On Every Step In Life So Take Care of  Him. We Love you Darling.

Wednesday, April 18, 2012

कहाँ तुम चले गए ?

कहाँ तुम चले गए ? तुम थे तो
किसी को देखकर ख्याल आता था "जिंदगी धुप तुम घना  साया"
जब सामने कोई आ जाता था तो ना जानिए क्या हो जाता था
और हजारों ख्वाहिशें थी जिन पर दम निकल जाता था

तुम थे तो कागज़ की कश्ती  भी प्यारी प्यारी लगती थी
और परदेश में रहकर भी देश के चाँद से यारी रहती थी
उनके आने की खबर महकने से खुशबुओं से घर महकता था
और झुकी झुकी सी नजर बेक़रार हुआ करती  थी

तुम थे तो पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल जानता था हमारा
और हर शाम किसी के आने की खबर मेहका करती थी
हम सोचा करते थे "तेरे बारे में जब सोचा नहीं था तो मैं तनहा था 
मगर इतना नहीं था"
और तमन्ना फिर मचल जाए अगर वो मिलने आ जाए

तुम थे तो हम चलते फिरते कह देते थे "मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क तुम्हे हो जाएगा"
और किसी के मिलने आने की बात से ही तम्मना फिर मचल जाती थी"
तुम थे तो सरकते जाते थे रुख से नकाब आह्स्ता आहिस्ता
और आईने जैसे चहरे हुआ करते थे

तुम थे तो किसी के मुस्कुराने पर गम छुपाने की बात मन में आती थी
और दिल में दबी फरियादें भी आँखों में दिख जाती थी
कोई होंठो से छु लेता था तो गीत अमर हो जाते थे
और शाम से ही आँख में नमी सी आ जाती थी

किसका चेहरा अब हम देखे उन गजलों के लिए
तेरी आवाज़ दिल में बस गई उम्र भर के लिए
बिन चिट्ठी बिन सन्देश कहाँ  तुम चले गए
पर जाते जाते तुम हमें अच्छी निशानी दे गए

अब तो बस यही कह सकते है
शाम से आँख में नमी सी है
सदमा तो है मुझे भी की तुझसे जुदा हू मैं
पर हाथ छूटे तो भी रिश्ते नहीं टूटा करते
इसलिए बस चाक जिगर के सी लेते हैं जेसे भी हो जी लेते हैं.....
क्यूंकि अपनी मर्जी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं...


Monday, February 20, 2012

मौत ही भली

अपने मन को  कैसे समझाउँ
जिसकी चाहत है प्यार  ,
पर जिससे चाहता है  उससे नही मिल पाता दुलार  ,
और जिससे मिलता है उससे जुड़ने को 
मन नही करता स्वीकार ,
इस कशमकश मे घुटता है मन
दिल हो जाता  है जार जार ,
आँखें बरसती हैं रोती हैं बार बार ,
क्या करू क्या ना करू 
नही समझ पात हैं हर बार ,
ऐसी ज़िंदगी से तो मौत ही भली 
यही एहसास  उमड़ते हैं , जब दिल हो 
जाता है बेकरार...........

Tuesday, February 14, 2012

Happy Valentine Day My Madam,




 अब क्या कहूँ श्वेता कुछ अल्फ़ाज़ ही नही मिल रहे है बस ये कह सकता हूँ कि
 

"हुआ है तुमसे बिछड़ने के बाद अब मालूम कि तुम नहीं थी तुम्हारे साथ एक दुनिया थी ......"


 
 U know मुझे हमेशा से collections करने के आदत थी चाहे वो हमारी पहली Movie की टिकेट, तुम्हारी confirmation pregnancy kit, our photograph for every small to big moment which is we share with each other मैं सोचता था कि जब हम old हो जाएँगे तो इन collections को हमारे बच्चे या हम देखेंगे तो बहुत अच्छा फ़ील करेंगे .  

पर शायद मैं ग़लत था शायद इसीलिए ये सब मेरे साथ हो रहा है,
कभी भी आगे के लिए सर्प्राइज़ नही रखने चाहिए

I miss you very much in these das.  दिल बहुत उदास है इन दिनो मेरा,  फ़रवरी महीने से बहुत सारी अच्छी यादें जुड़ी हुई है
अंश का हमारी जिंदगी मैं आना, तुमसे पहली बार मिलना, हमारी Engagement होना, जिंदगी मैं पहली बार किसी लड़की (तुम्हे) को Red Rose दिया वो भी अपने जन्मदिन वाले दिन कितने रूमानी पल थे वो,

क्या इक्तफ़ाक़ है हमारी और राजीव की
Engagement एक ही Date पर हुई थी वैसे मैने देखा है कि मैने जिन लोगो को दिल से चाहा वो सब मुझसे दूर चले गये 

बहुत सोचता हूँ कि  जिंदगी को Practically सोचूँ पर शायद आज भी मैं दिल से ज़्यादा सोचता हूँ , 

I Miss You Sweat Heart