Hi Jaan,
इस गाने को सुनकर अपनी कहानी याद आ गयी, वैसे भी अब तो
हर चीज़ मैं अपनी बीती यादें आकर सामने खड़ी हो जाती है
आईना सामने रखोगे तो याद आएँगे
अपनी ज़ुल्फो को संवारोगे तो याद आएँगे
भूल जाना मुझे आसान नही है इतना
जब मुझे भूलना चाहोगे तो याद आएँगे
ऐक दिन भीगे थे बरसात में, हम तुम, दोनो
अब जो बरसात में भीगोगे तो याद आएँगे
आईना सामने रखोगे तो याद आएँगे
याद आएँगे उदासी की जो रुत आएगी
जब कोई जश्न मनाओगे तो याद आएँगे
आईना सामने रखोगे तो याद आएँगे
अपनी ज़ुल्फो को संवारोगे तो याद आएँगे
भूल जाना मुझे आसान नही है इतना
जब मुझे भूलना चाहोगे तो याद आएँगे
ऐक दिन भीगे थे बरसात में, हम तुम, दोनो
अब जो बरसात में भीगोगे तो याद आएँगे
आईना सामने रखोगे तो याद आएँगे
याद आएँगे उदासी की जो रुत आएगी
जब कोई जश्न मनाओगे तो याद आएँगे
आईना सामने रखोगे तो याद आएँगे
(Jagjit singh in Album "Inteha")
http://www.youtube.com/watch?v=YdxRPKUrGbA
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