Monday, June 20, 2011

कुछ ना बचा आख़िरी मुलाकात के बाद 27.09.2010, 07:30AM , AGRA

नींद नही आती अब उस रात के बाद
कुछ ना बचा आख़िरी मुलाकात के बाद

कुछ यादें कुछ वक़्त उसके साथ रह गया
मिट गयी लकीरे खाली ये हाथ रह गया
कहा नही कुछ उसकी बात के बाद
कुछ ना बचा आख़िरी मुलाकात के बाद

ज़िंदगी हर पल एक सज़ा हो गई
यादें उसकी जीने की वजह हो गई
रूठ गया सावन भी उस बरसात के बाद
कुछ ना बचा आख़िरी मुलाकात के बाद

तेरी यादों के चिरागो को जलाया हर शाम
तेरी बातो को बैठकर दोहराया हर  शाम
दिल से ना थमा किसी का हाथ तेरे हाथ के बाद
कुछ ना बचा आख़िरी मुलाकात के बाद

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