tag:blogger.com,1999:blog-3930607726226558902.post6356618822884020441..comments2023-06-28T12:31:58.445+05:30Comments on SHWETA VINAY (This page dedicated to my "Life Partner"): SHWETA VINAYhttp://www.blogger.com/profile/02738626615093711901noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3930607726226558902.post-83199431741937569862013-09-19T12:31:29.164+05:302013-09-19T12:31:29.164+05:30कभी-कभी यूँ ही अचानक बैठे-बैठे मन उदास सा हो जाता ...कभी-कभी यूँ ही अचानक बैठे-बैठे मन उदास सा हो जाता है, कोई <br /><br />कारण समझ नहीं आता... आस-पास की भीड़ को देखकर मन उचाट <br /><br />हो जाता है... किसी से बात करने का दिल नहीं करता... बस सोचता हूँ <br /><br />काश कोई अपना सा आ जाए जिसकी गोद में सर रखकर सो जाऊं... <br /><br />ऐसे में अक्सर कानों में इयरफोन लगाकर धीमी आवाज़ में कुछ sad <br /><br />songs सुनता हूँ... सोने की एक नाकाम सी कोशिश करता हूँ, मोबाईल <br /><br />में कुछ तस्वीरों को पलटता हूँ... और अनजाने में ही आंसू की कुछ बूँदें <br /><br />धीमे से आखों की कोर से लुढ़क जाती हैं....Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.com